Sunday 16 August 2009

शाहरुख की तथाकथित बेईज्ज़ती

हाल ही में अमेरिका के एक एअरपोर्ट पर शाहरुख़ खान " सुपर स्टार" के साथ दो घंटों तक पूछ ताछ चली इस पर इस कदर हंगामा बरपा कि भारतियों की इज्ज़त से खिलवाड़ हो रहा है और भी जाने क्या क्या... कई लोगों का कहना है कि ये भारतियों के साथ ज़्यादा होता है, मुस्लमान के साथ ज़्यादा होता है,अमेरिका एक रेसिस्ट देश है , वहां नाम देख कर पूछ ताछ की जाती है, साथ ही कि ये हमारे मान की बात है, हमे भी अमेरिकिओं से इसी तरह पेश आना चाहिए...या रब हद हो गई हम ख़ुद कितने रेसिस्ट हैं दोगले हैं इसका एहसास ही नही है, ख़ुद हमारे यहाँ हर दाढ़ी वाले को शक की नज़र से देखा जाता है, ख़ुद हमारे यहाँ नॉर्थ ईस्टर्न लोगों को अपना नही समझा जाता, ख़ुद हमारे यहाँ विदेशी पर्यटकओं को तंग किया जाता है, ख़ुद हमारे यहाँ लोगों को नीचा दिखाने के लिए बिहारी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है...इतना हल्ला किसलिए क्यूँ की वो शाहरुख़ खान है? जाने कितने कश्मीरी नौजवानों के सर पर आतंकवादी का लेबल लगा कर मार दिया जाता है, जाने कितने मुस्लमान नौजवानों को कॉलेज में एडमिशन के दौरान तिरछी नज़रों से देखा जाता है, जाने कितने गरीब मासूम लोगों को माओवादी बताकर एनकाउंटर किया जाता है...तब कोई उफ़ भी नही करता, अपने देश में होता है तो सब चुप्पी साध लेते हैं और गैर मुल्क में हुआ तो हाय तौबा...क्यूँ? माना जो हुआ वो ग़लत हुआ लेकिन उससे ज़्यादा ग़लत तो पूर्व राष्ट्रपति कलाम साहब के साथ हुआ...लेकिन तब न्यूज़ चैनल वाले ही चिलाये थे अभी आम इंसान को भी चिल्लाता देख रही हूँ...अरे ज़्यादा जोश में आने की ज़रूरत नही है..इनका कोई भरोसा नही कल को इमरान हाश्मी की तरह कह देंगे "मेरे साथ कोई बदसलूकी नही हुई,मेरे बयां को तोड़ मरोड़ के पेश किया गया था"

5 comments:

  1. फौज़िया जी ,
    http://shama-baagwaanee.blogspot.com

    पे comment के तहे दिलसे शुक्रया !

    पढ़ती जा रही हूँ आपके आलेखों को ..चंद minutes पूर्व एक comment दिया मैंने ( kisee blogpe),कि , मै आतंक वादियों के बनिस्बत America से बच के रहना चाहती हूँ .! मेरे सबसे क़रीबी ,अज़ीज़ रिश्तेदार वहाँ हैं ..मैंने वीसा तक नही लिया ..!

    http://shamasnasmaran.blogspot.com

    पे पढ़ें ... कसक भरी यादें ...जो मिटाए नही मिटती......
    http://lalitlekh.blogspot.com

    http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.com

    http://shama-kahanee.blogspot.com

    http://kavitasbyshama.blogspot.com

    ReplyDelete
  2. fauzia ji..
    hummmmm....kafi aakrosh dikha aapke lekh me wo jayaj . aur mujhe achha v laga aapka ye aakrosh....sath-sath ye v batate jatin ki puch-tach k darmayan ya bad me sharukh khan ne sabse pahle RAJEEV SHUKLA ko call kiya, to is khabar ko N-24 ko dikhana lajmi tha...fir sare channel .....
    han ek bat kahunga jin ghatnaon ka aapne ullekh kiya hai usse jude thode saakshya agar detin to aur maza aata...
    kulmilakar yahi kahunga ki aapka gussa jayaj hai

    August 17, 2009 9:06 AM

    ReplyDelete
  3. आदरणीया मोहतरमा सबसे पहले तो आपको मेरा लेख अच्छा लगा ये सुन कर मन को तसल्ली पहुची आपको मेरे विचार अच्छे लगे इसका दिल से आपका शुक्रिया अदा करता हूँ
    शाहरुख़ पे जो आपने लिखा बिलकुल इसी प्रकार मैं भी लिखना चाहता था आपका लेख पढ़ के मन प्रसन्न हो गया की कोई मेरे जैसा भी सोचता है अगले लेख का इंतजार कर रहा हूँ नियमित लिखिए

    ReplyDelete
  4. बढ़िया लगा पढ़कर | मैं सहमत हूँ | अच्छा लिखा है आपने | मैंने भी कल इसी मुद्दे को लेकर एक पोस्ट लिखी हैं "शाहरुख़ बनाम सुरक्षा |"

    ReplyDelete
  5. Main aapke thoughts se agreed hoon........ ham apna ghar to thik se rakhte nahin........ aur baahar khoob halla machate hain.........


    aapka vichaar prastut karne ka treeka kaafi impressive hai..........


    Regards........

    ReplyDelete