tag:blogger.com,1999:blog-8022865746747121693.post6131680006514076228..comments2023-07-22T16:38:08.075+05:30Comments on अल्फ़ाज़: ख़तरे में पत्रकारिता तो लोकतंत्र पर सायाFauziya Reyazhttp://www.blogger.com/profile/01124118614272827003noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8022865746747121693.post-55250574495997540432022-10-24T17:32:29.449+05:302022-10-24T17:32:29.449+05:30Interestinng readInterestinng readCommercial Cleaners Fishershttps://www.find-commercial-cleaning.com/us/commercial-cleaning-indiana/commercial-cleaners-fishers.shtmlnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8022865746747121693.post-27048902188109090332015-03-31T13:07:26.434+05:302015-03-31T13:07:26.434+05:30अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और स्वतंत्र पत्रकारिता कि...अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और स्वतंत्र पत्रकारिता किसी भी देश के लोकतंत्र के लिये अनिवार्य है । आपने सच कहा फ़ौज़िया जी ! स्वतंत्र पत्रकारिता बुरी भी हो सकती और अच्छी भी। पत्रकारिता जब कभी स्वेच्छाचारी हो जाती है तब बुरी ही होती है । फिर भी उसे स्वतंत्र होना ही चाहिये । पत्रकारिता एक तरह से पहरेदारी का काम है ...चोरों और डाकुओं की बस्ती हो तब यह पहरेदारी ख़तरनाक भी हो जाती है ....और आजकल पूरा देश एक ऐसी ही बस्ती में तब्दील हो चुका है । सीमा पर सैनिक और देश के भीतर पत्रकार ....हम दोनों को सलाम करते हैं । <br />बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8022865746747121693.post-16525919345162413942015-02-24T15:31:13.580+05:302015-02-24T15:31:13.580+05:30हाल ही में दैनिक जागरण के बुलंदशहर ब्यूरो के पत्रक...हाल ही में दैनिक जागरण के बुलंदशहर ब्यूरो के पत्रकार के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की. उसे १२ टांके आए...लेकिन जागरण ने कोई कार्रवाई नहीं की...मीडिया हाउस ही अपने पत्रकारों की सुरक्षा का जिम्मा न उठाएं तो किसी अन्य पर दोष मढ़ने का क्या औचित्य...क्षत्रिय आयुष 'आवारा'https://www.blogger.com/profile/06528607581670045006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8022865746747121693.post-13905768721010155302015-02-24T15:30:49.978+05:302015-02-24T15:30:49.978+05:30हाल ही में दैनिक जागरण के बुलंदशहर ब्यूरो के पत्रक...हाल ही में दैनिक जागरण के बुलंदशहर ब्यूरो के पत्रकार के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की. उसे १२ टांके आए...लेकिन जागरण ने कोई कार्रवाई नहीं की...मीडिया हाउस ही अपने पत्रकारों की सुरक्षा का जिम्मा न उठाएं तो किसी अन्य पर दोष मढ़ने का क्या औचित्य...क्षत्रिय आयुष 'आवारा'https://www.blogger.com/profile/06528607581670045006noreply@blogger.com