Saturday, 6 February 2010

शाहरुख़ और राहुल बाबा की जय!!! मुंबई जाए भाड़ में


हमारे फ़िल्मी अदाकार भी कमाल हैं. विदेश में बैठ कर कर बड़े बड़े बयान देंगे लेकिन अपनी ज़मीन पर आते ही हालत पतली हो जाती है. अरे भई इतना ही डरते हो घबराते हो तो कैमरे के आगे तीस मार खान क्यूँ बनते हो. लगता है की ये इन फ़िल्मी सितारों की आदत है किसी भी गर्मागर्म मुद्दे पर अपनी फिल्म के रिलीज़ से ठीक पहले आग में घी डालने का काम करेंगे. सिल्वर स्क्रीन के किरदार को हकीक़त में लाने की कोशिश करेंगे मगर फिर होगा वही ढाक के तीन पात, टुच्चे नेताओ की धमकियों से डर के घर में दुबक जायेंगे. शाहरुख़ साहब हमने आपकी नई सफाई यानी "मुंबई ने मुझे सब कुछ दिया" पर यकीन किया. पर सरजी ये मक्खन किसके लिए ?.

वैसे आपका डर जायज़ भी है जो सरकार हज़ारों टेक्सिवालों को तो धड़ाधड़ पिटने देती है, उत्तर भारतियों की सुरक्षा के लिए उसके पास कोई उपाय नहीं है पर अपने युवराज को सुरक्षा देने के लिए बिछी चली जाती है. उस सरकार से सुरक्षा की आपको क्या किसी को कोई उम्मीद नहीं है.उम्मीद हो भी क्यूँ यहाँ सब महान हैं और अपनी महानता साबित करने के लिए, अपना उल्लू सीधा करने के लिए सबके पास तरीके हैं. कोई फिल्म के प्रोमोशन के लिए आदर्श बनने की कोशिश करता है, कोई गाँव-शहर के दौरे लगा कर आदर्श बनना चाहता है, और कोई युवराज के जूते उठा कर पार्टी में अपनी जगह मज़बूत करना चाहता है.

राहुल गाँधी कहते हैं "मुंबई में जो हो रहा है हम उसे बर्दाश नहीं करेंगे" अरे राहुल बाबा आपको कुछ बर्दाश करना भी नहीं है आप तो आराम से दौरा कर आये, जगह जगह जा कर माइक पर अपनी भड़ास निकाल ली, क्या आपको खरोच भी आई ? नहीं ना...राहुल बाबा को थोड़े ही ना कुछ होगा....हाँ अब आपके जाने के बाद भले ही पोलिटिकल गुंडे उत्तर भारतियों से निपटते रहे. आपकी यात्रा मंगलमय हो गयी, आपने बयानों में खूब जोश भरी बातें कही हों, आपका काम तो खत्म...अब चाहे मुंबई जाए भाड़ में, आज मुम्बईकर भले ही पानी की परेशानी से जूझ रहा हो, बिजली की कटौती ने भले ही होश उड़ा रखे हों. मगर एकलौती परेशानी जो विपक्ष को दिखती है वो है शाहरुख़ का बयान और राहुल बाबा का मुंबई दौरा...असली आदर्शवादी तो ये गुंडे हैं जहाँ पैसा मिला वहां का लबादा ओढ़ कर कभी उत्तर भारतियों को पीटा, कभी नौजवान प्रेमी जोड़ों को और कभी भारत माता की जय के नारे भी लगा दिए.

23 comments:

  1. वाकई लड़ाई तो इन्ही की है, सत्तू के साथ घुन तो पिसेगा ही...

    ReplyDelete
  2. फौजिया जी,
    पोस्ट की फ्रीक्वेंसी को थोड़ा और बढ़ाइए...

    बहुत छोटे में बड़ा सटीक विश्लेषण किया है...राहुल गांधी को बिहार चुनाव से पहले ही क्यों मुंबई में बिहार-यूपी के लोगों के बुरे हाल का ख्याल आ गया...राहुल की ब्रैंडिंग के पीछे बहुत बड़े-बड़े दिमाग काम कर रहे हैं...उन्हें कहां जाना है, कब जाना है...क्या बोलना है, सब का ब्लू प्रिंट पहले ही तैयार रहता है...

    रही बात शाहरुख ख़ान की...उन्हें सिर्फ अपने ग्लोबल मार्केट की चिंता है...उनकी फिल्मों पर झुमरी-तलैया के पैसों की नहीं न्यूयॉर्क-लंदन के डॉलर-पौंड की बरसात होती है...सिक्योरिटी शाहरुख की भी कम नहीं है...इसलिए बाल ठाकरे
    और राज ठाकरे की सेनाएं बस उनकी फिल्मों के पोस्टरों पर ही मर्दानगी दिखाने से आगे नहीं बढ़ सकती...जितने ये पोस्टर जलाएंगे, शाहरुख का ग्लोबल ब्रैंड उतना ही मज़बूत होता जाएगा...

    जय हिंद...

    ReplyDelete
  3. सटीक और तुंरत किया गया चीड़फाड़(विश्लेषन). अपने रहुल तो वकई महान हैं. जब बिहार जाते हैं तो बिहारियों की. गरीब के घर जाते हैं तो गरीबी की और जब मुम्बई जाते हैं तो लोकल ट्रेन की याद आती है. वकई बहुत बड़े नेता बनेंगे अपने राहुल बाबा.....

    जहां तक शारुह्ख खान की बात है तो उन्हें तो यह स्टैंड लेना ही था चाहे मन से या बेमन से.

    ReplyDelete
  4. फौज़िया.......पोस्ट बहुत अच्छी लगी..... यह तो दस्तूर है... कि कमज़ोर हमेशा दबाये जाते हैं.....

    ReplyDelete
  5. फौजिया जी ! शेष फिर... पर पधारने के तहे दिल से शुक्रिया . मेरा लिखा आपको पसंद आया यह जानकार मुझे अच्छा लगा. उम्मीद करता हूँ कि आपका मेरे चिट्ठे पर अब आना लगा रहेगा ...
    डॉ.अजीत

    ReplyDelete
  6. गोरी चमड़ी पर मरने वाले भारतियों को राहुल बाबा के रूप में यूथ आइकन मिल गया है. नेहरु राजवंश में पैदा न हुए होते तो किसी कंपनी की नौकरी बजा रहे होते या अब तक मम्मी की उंगली पकड़ ननिहाल निकल लिए होते. धूमिल ने जिन्हें "रोटियों से खेलने वाला" कहा यह उस बिरादरी की नई खेप है. युवराज का स्वागत कीजिये, मीडिया की भांड बिरादरी तो पलक पांवड़े बिछा ही चुकी है और आप अभी भी रोटी दाल की फिकर में ही लगे हुए हैं...........

    ReplyDelete
  7. ..... बेहद प्रभावशाली अभिव्यक्ति!!!!

    ReplyDelete
  8. rahul ko gariyao.... par mere shaahrukh ko kuchh mat kaho....

    badhiya likha hai..

    ReplyDelete
  9. acha likha hai par har kisi ko apna fayda dikhta hai or agar aapko paise kisi pe likhne ke paise diye jayen to aap bhi unhi ke baare mein accha likhengi apna ullu har koi seedha karna chahta hai to ye buri baat nai hai
    to fir aap shahrukh or rahul pe yun bhadas nikaal rahi hain

    ReplyDelete
  10. बहुत ही बढ़िया लिखा है आपने! सच्चाई का ज़िक्र आपने बखूबी प्रस्तुत किया है! उम्दा पोस्ट!

    ReplyDelete
  11. सच्चाई को उजागर करते हुए सुन्दर प्रस्तुति.
    महावीर शर्मा

    ReplyDelete
  12. lajawaab post... ye sab kuchh nahi bas ek publicity stunt hai aur iska pura fayda shahrukh sahab, thakrey sahab aur ashok chauhan sahab ko mil raha hai... janta ko na kabhi kuchh mila tha, na milega....

    ReplyDelete
  13. fauzia ji fst time blog pe aayi hoon ..aakar jo padha ..maja aa gaya...fully agree with u :)))))

    ReplyDelete
  14. महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  15. very nice....you have a bright way ahead...my best wishes.

    ReplyDelete
  16. fauzia ji , bahut achi post .. aur sahi tarah se haalaat ko darshaate hue likhi gayi post.. meri badhai sweekar kare..


    vijay
    www.poemsofvijay.blogspot.com

    ReplyDelete
  17. सुन्दर पोस्ट
    आभार

    ReplyDelete
  18. आप सभी को ईद-मिलादुन-नबी और होली की ढेरों शुभ-कामनाएं!!
    इस मौके पर होरी खेलूं कहकर बिस्मिल्लाह ज़रूर पढ़ें.

    ReplyDelete
  19. माशा अल्लाह आपने काफी उम्दा मज़मून में बारे लिखा है ...और काफी बेहतरीन तरीके से
    इसको आपने अपने लफ्जों में ब्यान किया ...फैज़िया जी यह सभी बड़ी शख्शियत के लोग
    ऊपर से बहुत भोले और दिल के काले होते है ... इनका कोई अपना ज़मीर नहीं होता ...इनका अपना
    कोई खुद की नज़र कोई वजूद नहीं होता ....इनके लिए पैसा ही सब कुछ होता है .... कहने को आपने
    काफी अच्चा लिखा है लेकिन आप अपना कीमती वक़्त इनके चक्कर में पड़कर न गवाएं ... ये जो कहते है
    वोह बिलकुल इसके उल्टा होता है सो यह जो अपना काम कर रहे है इनको करने दे बस हम और आप को
    इंसानियत के अच्छाई के जो हमसे बन पड़े उसे बखूबी अंजाम दें ....ज्यादा कुछ कहने को नहीं है जो भी लिखा
    काफी खूबसूरत अंदाज़ में लिखा है ........और ऐसे ही आप लिखते रहे ...अल्लाह हाफ़िज़
    बेस्ट रेगार्ड्स
    अलीम आज़मी

    ReplyDelete
  20. agar aap ke pass waqt ho to nikaal kar hamare blogs par aakar apni comments se do chaar kare

    http://aleemazmi.blogspot.com

    ReplyDelete
  21. आपको और आपके परिवार को होली पर्व की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!

    ReplyDelete